One lazy rainy evening and this beautiful video from the camera and the lines of longing burst out of moi soul.... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ sahib's gazal ...for all of you नायरा नूर जी की आवाज़ में
'रात यूँ दिल में तेरी खोई हुई याद आयी
जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाये
जैसे सेहराओं में हौले से चले बाद-ए-नसीम
जैसे बीमार को बेवजह करार आ जाए ....~*~
https://youtu.be/ooiUmWjMeJw