भीड़ में अकेली तुम हो
~अरनेस्तो कार्देनाल ~
भीड़ में अकेली तुम हो
जैसे आसमान में अकेला चाँद
और अकेला सूरज है
~अरनेस्तो कार्देनाल ~
भीड़ में अकेली तुम हो
जैसे आसमान में अकेला चाँद
और अकेला सूरज है
कल तुम स्टेडियम में थीं
हज़ारों-हज़ारों लोगों के बीच
और जैसे ही मैं आया
मैंने तुम्हें देख लिया
गोया अकेली तुम थीं
खाली स्टेडियम में
【अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल】
हज़ारों-हज़ारों लोगों के बीच
और जैसे ही मैं आया
मैंने तुम्हें देख लिया
गोया अकेली तुम थीं
खाली स्टेडियम में
【अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल】