तुम को भी हैं खबर, मुझ को भी हैं पता
हो रहा हैं जुदा, दोनों का रास्ता
दूर जा के भी मुझ से, तुम मेरी यादों में रहना
कभी अलविदा ना कहना
जितनी थी खुशियाँ सब खो चुकी हैं
बस एक गम हैं के जाता नहीं
समझा के देखा, बहला के देखा
दिल हैं के चैन इस को आता नहीं
आँसू हैं के हैं अंगारें, आग हैं अब आँखों से बहना
कभी अलविदा ना कहना
रुत आ रही हैं, रुत जा रही हैं
दर्द का मौसम बदला नहीं
रंग ये गम का इतना हैं गहरा
सदियों भी होगा हल्का नहीं
कौन जाने क्या होना हैं
हम को हैं अब क्या क्या सहना
कभी अलविदा ना कहना
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तुम्ही देखो ना ये क्या हो गया
तुम्ही देखो ना ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ तुम्हें क्या कहूं
के दिन में हुई कैसी चाँदनी
जागी जागी सी है फिर भी ख़्वाबों में है
खोयी खोयी जिन्दगी
तुम्ही देखो ना ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
बहके बहके से मॅन
महके महके से तन
उजली उजली फ़िज़ाओं में है
आज हम है जहाँ
कितनी रंगीनियाँ
छलकी छलकी निगाहों में है
नीली नीली घटाओं से है छन रही
हलकी हलकी रौशनी
तुम्ही देखो ना ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ तुम्हें क्या कहूं
के दिन में हुई कैसी चाँदनी
मैं तो अनजान थी यूं भी होगा कभी
प्यार बरसेगा यूं टूट के
सच ये इकरार है सच यही प्यार है
बाकी बन्धन है सब झूठ के
मेरी साँसों में है घुल रही प्यार की
धीमी धीमी रागिनी
तुम्हीं देखो ना ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ तुम्हें क्या कहूँ
के दिन में हुई कैसी चाँदनी
जागी जागी सी है फिर भी ख़्वाबों में है
खोयी खोयी जिन्दगी
तुम्ही देखो ना येह क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
येह दिन में हुई कैसी चाँदनी