Friday 29 May 2015

रात भर दीदार-ए-नमनाक में लहराते हुए


रातभर दीद-ए-नमनाक में लहराते रहे
साँस की तरह से आप आते रहे जाते रहे ।
ख़ुश थे हम अपनी तमन्नाओं का ख़्वाब आएगा
अपना अरमान बर अफ़गंदा नक़ाब आएगा ।
नज़रें नीची किए शरमाए हुए आएगा
काकुले चेहरे पे बिखराए हुए आएगा ।
आ गई थी दिले मुज़तर में शकेबाई-सी
बज रही थी मेरे ग़मख़ाने में शहनाई-सी ।
पत्तियाँ खड़कीं तो समझा के लो आप आ ही गए
सजदे मसरूर के मसजूद को हम पा ही गए ।
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी
आपके आने की एक आस थी अब जाने लगी ।
सुबह के सेज से उठते हुए ली अँगड़ाई
ओ सबा तू भी जो आई तो अकेली आई ।
मेरे महबूब मेरी नींद उड़ाने वाले
मेरे मसजूद मेरी रूह पे छाने वाले।
आ भी जा ताके मेरे सजदों का अरमाँ निकले
आ भी जा, ताके तेरे क़दमों पे मेरी जाँ निकले

https://youtu.be/Ff1cRlLvR7c


Thursday 28 May 2015

रात यूँ दिल में तेरी


One lazy rainy evening and this beautiful video from the camera and the lines of longing burst out of moi soul.... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ sahib's gazal ...for all of you नायरा नूर जी की आवाज़ में
'रात यूँ दिल में तेरी खोई हुई याद आयी
जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाये
जैसे सेहराओं में हौले से चले बाद-ए-नसीम
जैसे बीमार को बेवजह करार आ जाए ....~*~

https://youtu.be/ooiUmWjMeJw

Tuesday 28 April 2015

The Story of my life


He said that i lived breathing in his music his lyrics....his smiles...his tears...his aches....his laughter.... i believed... for he never knew his Atoms were all that created moi form and moi existence was  for him n only him in all dimensions...i was born to reach out to him....his life's blueprint